शैक्षिक

  • दिनांक 16 अगस्त 2011 को शल्‍यक जठरांत्ररोग विज्ञान में प्रति वर्ष दो सीटों की स्वीकृति के साथ एम.सी.एच पाठ्यक्रम आरंभ हुआ था। शल्‍यक जठरांत्ररोग विज्ञान में एम.सी.एच पाठ्यक्रम के लिए विद्यार्थियों का चयन एक राष्ट्रीय योग्यता लिखित परीक्षा के माध्यम से किया जाता है। डॉ. प्रदीप जोशी और डॉ. सलिल कुमार परिदा विभाग के प्रथम एम.सी.एच प्रशिक्षणार्थी थे। जनवरी 2019 से, स्वीकृत सीटों की संख्या प्रति वर्ष 3 हो गई है। 31 मार्च 2019 तक, विभाग में 9 रेजि़डेन्ट्स शल्‍यक जठरांत्ररोग विज्ञान में एम.सी.एच. के लिए प्रशिक्षण ले रहे है।
  • विभाग ने वर्ष 2016 में प्रति वर्ष एक स्‍वीकृत सीट के साथ शल्‍यक जठरांत्ररोग विज्ञान में पी.एच.डी. पाठ्यक्रम शुरू किया।
  • विभाग ने जुलाई 2017 से प्रति वर्ष एक स्‍वीकृत सीट के साथ हेपाटोपैन्क्रिऐटोबाइल्यरि में पोस्ट-डॉक्टरल फेलोशिप (पी.डी.एफ.) पाठ्यक्रम की शुरूआत की।
Last Updated :02-Sep-2022