शैक्षिक

विभाग मनोचिकित्सा में एम.डी. (मनोचिकित्सा) के लिए स्नातकोत्तर प्रशिक्षण देता है जिसमें प्रतिवर्ष तीन नए छात्रों को लिया जाता है। रेजिडेन्सी कार्यक्रम में वयस्क मनोचिकित्सा, बाल और किशोरावस्था मनोचिकित्सा, तंत्रिका विज्ञान, आपातकालीन चिकित्सा के व्यापक प्रशिक्षण शामिल हैं। इसके अलावा रेजिडेन्‍ट डिएडिक्शन, क्राइसिस इन्टरवेंशन, स्‍मरणशक्‍ति, वैवाहिक और साइकोसेक्‍सुअल विकार, पेरिपार्टम मनोचिकित्सा विकार और साइकोसोमैटिक विकार जैसे विभिन्न स्पेशिऐल्इटी क्‍लिन्‍इक में आते हैं। विभाग में, 31 मार्च 2021 तक एम.डी., मनोचिकित्सा में 12 छात्र प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। रिपोर्ट तैयार होने की अवधि के दौरान 2 रेज़िडेंटों ने अपनी एम.डी. डिग्री प्राप्त की।
विभाग, जिपमेर में मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य क्षेत्र में, एम.एस.सी. (मनोविकार नर्सिंग) पाठ्यक्रम और मास्टर इन पब्लिक हेल्थ (एम.पी.एच.) पाठ्यक्रम के छात्रों को प्रशिक्षण देने में शामिल है तथा पांडिचेरी विश्वविद्यालय से एम.एस.सी. (अप्लाइड साइकोलॉजी) और एम.एस.डब्ल्यू. (सोशल वर्क) के छात्रों को भी लेता है।
एम.बी.बी.एस. छात्र, बी.एस.सी. (एम.एल.टी.) छात्र, बी.एस.सी (बॉयो-टेक्नलॉजी) छात्र, बी.ए. (स्पीच एण्ड लैंग्वेज पैथोलॉजी) छात्र, बी.एस.सी न्यूरो-प्रौद्योगिकी पाठ्यक्रम के छात्रों को व्याख्यानों की एक श्रृंखला तथा मानसिक स्वास्थ्य एवं वस्‍तु-संबंधी क्षेत्रों में मनोचिकित्‍सा प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। यह विभाग प्रतिवर्ष चिकित्सा अभिलेख अधिकारियों (एम.आर.ओ.) के लिए मनोचिकित्सा विज्ञान शब्दावली पर व्याख्यानों की श्रृंखला आयोजित करता है। आपातकालीन मेडिकल टेक्‍नालॉजी डिप्‍लोमा के छात्र तनाव प्रबंधन तथा व्यवहार आपात सत्रों में भाग लेते हैं। विभाग के संकाय अन्य विभागों के मनोरोग संबंधी अनुसंधान में शामिल पी.एच.डी. के शोधार्थियों और एम.डी. के छात्रों को मार्गदर्शन प्रदान करते हैं।

Last Updated :29-Aug-2022