शैक्षिक

स्नातकपूर्व पाठ्यक्रम

विभाग भेषजगुण विज्ञान के सैद्धान्तिक और व्यावहारिक दोनों पहलुओं में मेड्सिन, नर्सिंग, मेडिकल लेबोरेटरी एण्ड टेक्नोलॉजी, पफ़्यूशज़न टेक्नोलॉजी, डायलिसिस टेक्नोलॉजी, ऑपरेशन थिएटर टेक्नोलॉजी, न्यूरोटेक्नोलॉजी, पोस्ट बेसिक डिप्लोमा इन क्रिटिकल केयर नर्सिंग, कार्डियोथेरापि नर्सिंग और ऑपरेशन थिएटर नर्सिंग के लिए पाठ्यक्रम संचालित करता है। एम.बी.बी.एस. और बी.एससी. छात्रों के लिए सत्र परीक्षाओं में अब्जेक्टिव स्ट्रक्चर्ड प्रैक्टिकल इग्ज़ैमनेशन (ओ.एस.पी.ई.) शामिल है। सभी पशु परीक्षणों के बदले क्लिनिकल फार्माकोलॉजी अभ्यासों और कंप्यूटर एसिस्टेड लर्निंग (सी.ए.एल.) मॉड्यूल का उपयोग किया जा रहा है।

स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम

प्रत्येक वर्ष 7 एम.डी. छात्रों को भेषजगुण विज्ञान के सैद्धान्तिक और व्यावहारिक दोनों पहलुओं पर प्रशिक्षित किया जाता है। इसके अतिरिक्त, परिसंवाद, पत्रिका क्लब और पी.जी लिखित औऱ प्रायोगिक कक्षाओं के माध्यम से विद्यार्थियों को फार्मेकोजिनोमिक्स तकनीक, औषधि की प्रतिकूल प्रतिक्रिया (ए.डी.आर.) की अनुवीक्षा, औषधि सूचना सेवाओं और टॉक्सिकोलॉजी की प्रशिक्षण भी दी जाती है।

अनुसंधान पाठ्यक्रम

प्रतिवर्ष पीएच.डी. के दो पूर्णकालिक शोधार्थी विभाग में शामिल होते हैं। शोधार्थियों के अलावा, बाह्य संस्थानों द्वारा वित्त पोषित अनुसंधान परियोजनाओं में कनिष्ठ/वरिष्ठ अनुसंधान फेलो के तौर पर काम करते हुए विद्यार्थियों को भी पीएच.डी. पाठ्यक्रमों में अपना पंजीकरण करवाने की अनुमति है। इस वर्ष में 4 विद्यार्थियों ने भेषजगुण विज्ञान में पीएच.डी. पाठ्यक्रम पूरा किया है।

अन्य पाठ्यक्रम

विभाग एम.टेक. (बॉयोटेक्नोलॉजी) के विद्यार्थियों को उनकी परियोजना कार्यों की पूर्ति हेतु भी दाखिला देता है ताकि वे अपने शोधप्रबंध को पूरा कर सके। विभाग आपातकालीन चिकित्सीय तकनीशियन पाठ्यक्रम (ई.एम.टी.सी.) और चिकित्सा अभिलेख अधिकारी (एम.आर.ओ.) पाठ्यक्रमों के विद्यार्थियों को भी प्रशिक्षण प्रदान करता है।

Last Updated :30-Aug-2022