सामान्य जानकारी

प्रसूति एवं स्त्रीरोग विज्ञान विभाग उच्च गुणवत्ता रोगी देखभाल सेवा सहित तीव्र शिक्षा और अनुसंधान गतिविधियाँ प्रदान करता है। प्रतिवर्ष औसतन 1,10,000 बहिरंग रोगियों और 20,000 अंतरंग रोगियों का उपचार किया जाता है। प्रतिवर्ष होने वाली प्रसव और मुख्य शल्यचिकित्साओं की औसत संख्या क्रमशः 15,000 और 1200 से अधिक है। हालांकि कोविड महामारी के देखते हुए इस वर्ष होने वाली प्रसव, मुख्य शल्य चिकित्सा एवं बहिरंग रोगियों की संख्या क्रमशः 7694, 942 और 49,475 है। विभाग में भ्रूण के निर्धारण और उच्‍च जोखिमों वाली गर्भावस्था के प्रबंधन, पैप स्मियर और कोल्पोस्कोपी के ज़रिए सर्वा्इकल कैंसर की जांच और शीघ्र निदान, लैपरोस्कोप के उपयोग से न्यूनतम प्रतिलोमी शल्यचिकित्साओं और प्रक्रियाओं के प्रदर्शन, माइक्रो सर्जरी सहित बांझपन समस्याओं की मौलिक प्रबंधन और ऑन्कोलॉजी शल्यचिकित्सा और केमोथेरपि के ज़रिए स्त्रीरोग संबंधी कैंसर की चिकित्सा के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं। हाल ही में हमने असिस्टेड रीप्रडक्टिव टेक्नोलॉजी सेवाएं (ए.आर.टी.) शुरू की हैं और 2 सफल आई.वी.एफ. गर्भावस्था के परिणाम भी प्राप्त हुए हैं। हमारा विभाग प्रसवोत्तर कार्यक्रमों का केंद्र भी है। हमारे रेज़िडेन्‍ट्स्‍ और संकायों द्वारा किए गए अनुसंधान कार्यों की पोस्टर/ मौखिक प्रस्तुति को कई स्थानीय/ राष्ट्रीय सम्मेलनों में नियमित रूप से प्रस्तुत किया जाता है। विभाग का लक्ष्य उपलब्ध सभी संसाधनों से सर्वश्रेष्ठ रोगी सेवा, विद्यार्थियों को उच्च गुणवत्ता प्रशिक्षण प्रदान करना और अनुसंधान में अभूतपूर्व व नए विचारों को परिचय कराना है।

Last Updated :01-Sep-2022