शैक्षिक

विभाग में दो वर्ष की अवधि के साथ जैवसांख्यिकी में मास्टर कार्यक्रम चल रहा है। यह कार्यक्रम वर्ष 2015 में शुरू हुआ और प्रतिवर्ष विभाग दो छात्रों को राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा के माध्यम से दाखिला देता है। रिपोर्टिंग वर्ष में, दोनों छात्र प्रथम श्रेणी से पास हुए और प्लैस्मन्ट प्राप्त किया। विभाग ने सन् 2017 के दौरान जैवसांख्यिकी में पूर्णकालिक पीएच.डी. कार्यक्रम शुरू किया और अभी तीन छात्र इसमें पीएच.डी. कर रहे हैं। पीएच.डी. में प्रवेश भी राष्ट्रीय स्तरीय प्रवेश परीक्षा के माध्यम से होता है। स्वास्थ्य देखभाल डाटा में सांख्यिकीय मॉडलिन्ग के लिए मल्टिवेअरिअट अप्रोच, मल्टिवेअरिअट मेटा-अनैलसिस और बएशियन नेटवर्क मॉडल इन सभी शोधार्थियों के अनुसंधान क्षेत्र है। इसके अलावा विभाग ने वर्ष 2017 में जिपमेर रिसर्च लीडरशिप मॉनिटरिंग प्रोग्रॉम (जे.आर.एल.एम.पी.) शुरू किया। विभाग प्रत्येक बैच में 25 प्रतिभागियों के साथ दो सप्ताह की गहन अनुशिक्षण चलाता है। तीसरे बैच को वर्ष 2020 में प्रशिक्षित किया जाएगा। विभाग निम्न पाठ्यक्रमों के छात्रों को जैवसांख्यिकी, जनसांख्यिकी और अनुसंधान पद्धति के नियमित शिक्षण की जिम्मेदारी भी रखता है।

स्नातकपूर्व पाठ्यक्रम : एम.बी.बी.एस. (तीसरें और सातवें सेमेस्टर), बी.एससी. एम.एल.टी. (तृतीय वर्ष), बी.एससी. नर्सिंग (तृतीय वर्ष), ऑजियोलॉजी और वाक् भाषा पैथोलॉजी के स्नातकपूर्व (बी.ए.एस.एल.पी.) (प्रथम वर्ष)।

स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम : एम.डी. और एम.एस. (प्रथम और तृतीय वर्ष), एम.एससी. नर्सिंग (प्रथम वर्ष), एम.एससी. मेडिकल बायोकेमिस्ट्री (द्वितीय वर्ष), एम.एससी. मेडिकल फिसियोलॉजी (द्वितीय वर्ष), एम.एससी. न्यूरोटेक्नोलॉजी (द्वितीय वर्ष) और पोस्ट बेसिक डिप्लोमा इन नर्सिंग।

अनुसंधान पाठ्यक्रम : 6 महीने के लिए पीएच.डी. कोर्स वर्क।

Last Updated :26-Aug-2022