शैक्षिक
- स्नातकपूर्व पाठ्यक्रम
छठें और सातवें सेमेस्टर के स्नातकपूर्व विद्यार्थियों के लिए कक्षाएं चलाई जा रहीं हैं। इसमें लगभग 70-80 घंटों की सैद्धांतिक कक्षाएं और 8 सप्ताह की प्रायोगिक/क्लिन्इकल तैनाती होती है। विद्यार्थियों को 4 बैचों में विभाजित किया जाता है और 6ठे और 7वें सेमेस्टर के दौरान उन्हें इस स्पेशिऐल्इटी में क्रमावर्तन के आधार पर क्लिन्इकल और प्रायोगिक प्रशिक्षण दिया जाता है और आवधिक/निर्धारित परीक्षा में अर्जित अंकों के आधार पर संकायों द्वारा उनके प्रदर्शन का आकलन किया जाता है। एम.बी.बी.एस. के विद्यार्थी 6ठे और 7वें सेमस्टर में बैचों में 8 सप्ताह का क्लिन्इकल प्रशिक्षण और वर्ष भर शिक्षात्मक व्याख्यान के माध्यम से प्रशिक्षण पाते हैं। विश्वविद्यालय परीक्षा से पूर्व विद्यार्थियों के आकलन के लिए 4 अधिसूचित टेस्ट और 3 क्लिन्इकल परीक्षाएं आयोजित किए जाते हैं।
- स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम
एम.सी.आई. की दिशानिर्देशानुसार शिक्षण गतिविधियों के नयाचार का विधिवत पालन करते हुए जिपमेर के दिशानिर्देशों/ निदेशों के अनुसार स्नातकोत्तरों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। स्नातकोत्तर छात्रों के कार्यक्रम में साप्ताहिक केस प्रस्तुतीकरण, परिसंवाद और जर्नल क्लब शामिल है। तीन वर्षीय एम.एस.-ओटोलरीन्गोलॉजि पाठ्यक्रम के लिए छः सीटें उपलब्ध हैं। चयन प्रतिवर्ष एक देशव्यापी प्रवेश परीक्षा के द्वारा किया जाता है। प्रतिदिन प्रातः 8:00 बजे वार्ड राउन्ड्स शुरू होते हैं और शिक्षण कार्यक्रम प्रत्येक दोपहर में होता है, केवल मंगलवार को छोड़कर जिस दिन यह सुबह होता है। शैक्षणिक प्रस्तुतियाँ मंगलवार, बुधवार एवं शुक्रवार को सुबह और सोमवार एवं गुरूवार को दोपहर में आयोजित की जाती हैं।
- इंटा-कॉलेज एवं अन्य कॉलेज छात्रों का प्रशिक्षण
शैक्षणिक वर्ष 2020-21 के दौरान ई.एन.टी. विभाग में तीन रेडियोथेरपि रेज़िडेन्ट्स, दो आपातकालीन चिकित्सा रेज़िडेन्ट्स और एक दन्त चिकित्सा रेज़िडेन्ट्स को एक महीने के लिए प्रशिक्षित किया गया था।
Last Updated :01-Sep-2022